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साहित्य विमर्श पर सुरेन्द्र मोहन पाठक की अन्य किताबें
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Paanch Din (Sudhir Kohli Series)
तीन हादसे! दो दावेदार!
मोरवाल स्टेट में दो हफ़्ते में तीन जानलेवा हमलों की बुनियाद बनती है और इत्तफ़ाक़ से तीनों बार हादसों का निशाना बच निकलता है। लेकिन ये हैरानी की बात नहीं थी, हैरानी की बात थी कि एस्टेट के दो बाशिंदे दावा कर रहे थे कि उन हादसों की ओट में उनकी जान लेने की कोशिश की गयी थी, अब चौथी कोशिश कभी भी हो सकती थी और इस बार शायद शिकार का साथ इत्तफ़ाक़ न देता।
फिर एक जना पीडी सुधीर कोहली की शरण में पहुँच गया।
पाँच दिन
फ़िलॉस्फ़र-डिटेक्टिव सुधीर कोहली का सबसे विकट केस
आदि से अंत तक रोचक। एक ही बैठक में पठनीय।
टॉप मिस्ट्री राइटर
सुरेन्द्र मोहन पाठक
का नवीनतम उपन्यास
सुरेन्द्र मोहन पाठक का जन्म 19 फरवरी, 1940 को पंजाब के खेमकरण में हुआ था। विज्ञान में स्नातकोत्तर उपाधि हासिल करने के बाद उन्होंने भारतीय दूरभाष उद्योग में नौकरी कर ली। युवावस्था तक कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय लेखकों को पढ़ने के साथ उन्होंने मारियो पूजो और जेम्स हेडली चेज़ के उपन्यासों का अनुवाद शुरू किया। इसके बाद मौलिक लेखन करने लगे। सन 1959 में, आपकी अपनी कृति, प्रथम कहानी “57 साल पुराना आदमी” मनोहर कहानियां नामक पत्रिका में प्रकाशित हुई। आपका पहला उपन्यास “पुराने गुनाह नए गुनाहगार”, सन 1963 में “नीलम जासूस” नामक पत्रिका में छपा था। सुरेन्द्र मोहन पाठक के प्रसिद्ध उपन्यास असफल अभियान और खाली वार थे, जिन्होंने पाठक जी को प्रसिद्धि के सबसे ऊंचे शिखर पर पहुंचा दिया। इसके पश्चात उन्होंने अभी तक पीछे मुड़ कर नहीं देखा। उनका पैंसठ लाख की डकैती नामक उपन्यास अंग्रेज़ी में भी छपा और उसकी लाखों प्रतियाँ बिकने की ख़बर चर्चा में रही। उनकी अब तक 306 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनका नवीनतम उपन्यास विमल सिरीज़ का ‘गैंग ऑफ फोर’ है। उनसे [email protected] पर सम्पर्क किया जा सकता है। पत्राचार के लिये उनका पता है : पोस्ट बॉक्स नम्बर 9426, दिल्ली – 110051.
Weight | 300 g |
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Dimensions | 22 × 17 × 3 cm |
भाषा | हिंदी |
फॉर्मैट | पेपरबैक |
Number of Pages | 400 |
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