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kotdwar

साहित्य विमर्श प्रकाशन

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पाठकों की राय

8 reviews for Kotdwar : Dil Likhta Bhi Hai

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1-5 of 8 reviews
  1. Avatar of Raj Sharma

    Verified reviewVerified review – view originalExternal link

    अच्छी किताब है। बीते समय की यादों को ताजा कर देती है। अच्छा एवं प्रशंसनीय प्रयास है।

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  2. Avatar of अमित छिल्लर

    कोटद्वार वर्तमान में उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जनपद का मैदानी क्षेत्र का एकमात्र व जनपद का सबसे बड़ा नगर है। कोटद्वार एक प्रमुख औद्योगिक व व्यवसायिक नगर होने के साथ गढ़देश (गढ़वाल) का बिजनौर जनपद की ओर से प्रवेशद्वार भी है। 2014 के सामान्य चुनावों में लोकसभा क्षेत्र का व्यय प्रेक्षक रहते दो-तीन बार और पश्चात में एक सहकर्मी की बारात में सम्मिलित होकर कोटद्वार जाना हुआ था। सामान्य रूप से देखने में व्यवस्थित, साफसुथरा नगर प्रतीत हुआ था। कोटद्वार से इतना ही परिचय था।

    पुस्तक के लेखक प्रिय पराग डिमरी जी के माध्यम से फेसबुक पर कोटद्वार को जितना पढ़ते थे पुस्तक उसका ही विस्तार है। कोटद्वार नगर और 90 के दशक से पूर्व के किसी भी उत्तर भारतीय नगर से किसी भी प्रकार जुड़ाव रखने वाले तथा और ऐसे नगरों व तत्कालीन समय मे ऐसे नगरों को समझने का प्रयास करने वाले लोगों के लिये पठनीय व सङ्ग्रहणीय पुस्तक के रूप में मैं “कोटद्वार, दिल लिखता भी है” को क्रय करने, पढ़ने व सङ्ग्रह करने व अन्य लोगों को प्रोत्साहित करने की अनुशंसा करता हूँ।

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  3. Avatar of Amit Singh

    कोटद्वार वर्तमान में उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जनपद का मैदानी क्षेत्र का एकमात्र व जनपद का सबसे बड़ा नगर है। कोटद्वार एक प्रमुख औद्योगिक व व्यवसायिक नगर होने के साथ गढ़देश (गढ़वाल) का बिजनौर जनपद की ओर से प्रवेशद्वार भी है। 2014 के सामान्य चुनावों में लोकसभा क्षेत्र का व्यय प्रेक्षक रहते दो-तीन बार और पश्चात में एक सहकर्मी की बारात में सम्मिलित होकर कोटद्वार जाना हुआ था। सामान्य रूप से देखने में व्यवस्थित, साफसुथरा नगर प्रतीत हुआ था। कोटद्वार से इतना ही परिचय था।

    पुस्तक के लेखक प्रिय पराग डिमरी जी के माध्यम से फेसबुक पर कोटद्वार को जितना पढ़ते थे पुस्तक उसका ही विस्तार है। कोटद्वार नगर और 90 के दशक से पूर्व के किसी भी उत्तर भारतीय नगर से किसी भी प्रकार जुड़ाव रखने वाले तथा और ऐसे नगरों व तत्कालीन समय मे ऐसे नगरों को समझने का प्रयास करने वाले लोगों के लिये पठनीय व सङ्ग्रहणीय पुस्तक के रूप में मैं “कोटद्वार, दिल लिखता भी है” को क्रय करने, पढ़ने व सङ्ग्रह करने व अन्य लोगों को प्रोत्साहित करने की अनुशंसा करता हूँ।

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  4. Avatar of Durgesh Bansal

    कोटद्वार के बारे में शानदार लिखा है पढ़कर ऐसा लगता है कि आप भी लेखक कि साथ कोटद्वार यात्रा पर है । बधाई पराग जी इतनी शानदार किताब लिखने के लिये।इसको पढ़कर ऐसा लगा कि हम भी कहीं न कहीं इससे जुड़े हुए हैं

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  5. Avatar of Atul Sharma

    Verified reviewVerified review – view originalExternal link

    Good book

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Kotdwar : Dil Likhta Bhi Hai Kotdwar : Dil Likhta Bhi Hai
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