Khule Rakhna Darvaze | खुले रखना दरवाज़े – इस संग्रह में मानवीय संवेदनाओं और भावनाओं से ओतप्रोत 15 कहानियाँ हैं। इसमें से बहुत सी कहानियों ने अलग अलग कहानी प्रतियोगिताओं में पुरस्कार प्राप्त किया। इनमें से ज्यादातर कहानियाँ राष्ट्रीय स्तर की अलग अलग पत्रिकाओं और समाचार पत्रों में प्रकाशित हो चुकी हैं जिन्हें पाठको का भरपूर प्यार मिला। अब ये सभी कहानियाँ आपके सामने एक संकलन में प्रस्तुत हैं।
शिक्षा-एम.सी.ए.। पिछले 15 वर्षों से स्वतंत्र लेखन। विभिन्न राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं जैसे नंदन, बाल भास्कर, बालभूमि, देवपुत्र, प्लूटो, अमर उजाला, दैनिक भास्कर, नई दुनिया, राजस्थान पत्रिका, जनसत्ता, हरिभूमि, प्रभात खबर, मेरी सहेली, सखी, वनिता, फेमिना, सरिता, गृहशोभा आदि में निरंतरता से रचनाएँ प्रकाशित। लगभग 400 कहानियाँ, बाल कहानियाँ, लेख, व्यंग्य प्रकाशित। एक कहानी संग्रह ‘मेरे मन के सोलह मनके’ वनिका पब्लिकेशन, बिजनौर से प्रकाशित। BIG FM रेडियो प्रोग्राम ‘यादों का इडियट बॉक्स विद नीलेश मिश्रा’ के लिए कहानी लेखन। हाईस्कूल और इंटरमीडियेट (यूपी बोर्ड) के लिए कम्प्यूटर साइंस की चार पाठ्य पुस्तकें प्रकाशित।
Reviews
There are no reviews yet