बाल मनोविज्ञान और बाल पाठकों को समर्पित एक बेहतरीन किताब !
शुक्रिया मनु दा, साहित्य जगत आपका यह योगदान बहुत मायने रखता है |
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Katha Kilkari
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कथा किलकारी मनोहर चमोली की 15 बाल कहानियों का संग्रह है। कहानियाँ अलग-अलग परिवेश को दर्शाती हैं । कहानियाँ सीधी, सरल और रोचक भाषा में लिखी गई हैं। इन्हें आसानी से बाँचा भी जा सकता है । बच्चों का जीवन और उनकी आवाजें ही कहानियों में हैं। कहानियाँ बाल पाठकों का भरपूर मनोरंजन करती हैं। कहानियों में जीवन से जुड़े अनुभव भी हैं।
बाल साहित्य में जाने-पहचाने कहानीकार मनोहर चमोली ‘मनु’ पेशे से अध्यापक हैं। उन्होंने पत्रकारिता और विधि की पढ़ाई की है। फिलहाल, उत्तराखंड के पौड़ी गहवाल में रहते हैं। वह प्रखर आलोचना के लिंए मशहूर हैं। कई किताबें आ चुकी हैं। उनकी रचनाओं का बीस से अधिक भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। ‘जीवन में बचपन’, ‘अंतिरक्ष से आगे बचपन’, ‘कहानियाँ बाल मन की’ नामक कहानियों के संग्रह चर्चित रहे हैं।
बाल मनोविज्ञान और बाल पाठकों को समर्पित एक बेहतरीन किताब !
शुक्रिया मनु दा, साहित्य जगत आपका यह योगदान बहुत मायने रखता है |