Skip to content
मूलतः पटना, बिहार से हैं। जन्म, शिक्षा-दीक्षा…वहीं हुई। 1996 में विवाह के उपरांत, क्रमशः पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, (संप्रति)मध्यप्रदेश में निवासरत रहीं। इस क्रम में ढेरों यात्राएँ कीं, नये नये लोग मिले। उनकी बोली-बानी, लोकगीतों, खान-पान, रहन-सहन से परिचय हुआ। अनुभवों की शाख से पत्ते झरते रहे जीवन की राहों पर। यही अनुभव कहानियों की आधार शिला बने।